इक सुबह ऐसी भी आएगी
“इक सुबह ऐसी भी आएगी, जब अंधेरों की चादर ओढ़े , रोशनी मरे गले लग जाएगी | बेखुदी से प्यार करूँगा मैं उसको , जब...
“इक सुबह ऐसी भी आएगी, जब अंधेरों की चादर ओढ़े , रोशनी मरे गले लग जाएगी | बेखुदी से प्यार करूँगा मैं उसको , जब उसकी गर्म सांसें , मेरी गर्म सांसों में समा जाएंगी | हाँ मुझे इश्क है उस रौशनी से , जिसके लिए उम्र का इक दौर गुजारा है मैने , हर...