हू-ब-हू तुझ सा
कभी धुंधला सी गईं यादें तेरी कभी हमने ना देखा, तस्वीर को तेरी कुछ उलझ सा गया था तुझमें ही, बन तुझ जैसा. जब भी...
कभी धुंधला सी गईं यादें तेरी कभी हमने ना देखा, तस्वीर को तेरी कुछ उलझ सा गया था तुझमें ही, बन तुझ जैसा. जब भी देखा मैंने आईना दिखा मुझे अश़्क हू-ब-हू तुझसा. वो ही आंखें वो ही पलकें वो ही बातें वो ही मुलाकातें. चाहा जब भी मैंने कि हो जाऊं दूर तुमसे मिलना...