सत्ता में आने के बाद 10 सर लाने की कोई तयारी नहीं दिखती
सेना की कार्यवाही को अपने लिए मीडिया प्रमोशन बनाने वाली सरकार उन जवानो की मौतों के बाद उनके शवों के साथ हुई बर्बरता पे इस...
सेना की कार्यवाही को अपने लिए मीडिया प्रमोशन बनाने वाली सरकार उन जवानो की मौतों के बाद उनके शवों के साथ हुई बर्बरता पे इस तरह खामोश बैठी है जैसे ये वह बीजेपी है ही नहीं जो २०१४ में विधानसभ चुनाव के पहले दिखाई देती थी. काउंटर स्ट्राइक का क्रेडिट सैनिको को देने के बजाय...