जिन्दगी की खोज, तलाश खुशी की
आसमां से कह दे यूं ही बरसते रहे गम का सूखा वर्षों का मिट जायेगा. ख्वाहिशों के बादल उमड़ पड़े हैं कह दे खुशी को...
आसमां से कह दे यूं ही बरसते रहे गम का सूखा वर्षों का मिट जायेगा. ख्वाहिशों के बादल उमड़ पड़े हैं कह दे खुशी को बरसते रहें. बाहर निकल आओ दुखी मन के घरौंदे से कब तक छिपाते रहोगे दर्द मरासिम पुराने. छड़ भर की है बारिश खुशी की वक्त का क्या दुख की साया...