सुर्ख गुलाब सी हो तुम…
“रोज डे” की ‘रोज’ की और मेरी कहानी एक जैसी ही है… गुलाब को और मेरे प्यार को मैं अपने लफ्जों में बयां कर रहा...
“रोज डे” की ‘रोज’ की और मेरी कहानी एक जैसी ही है… गुलाब को और मेरे प्यार को मैं अपने लफ्जों में बयां कर रहा हूं… सुर्ख गुलाब सी हो तुम, कोई गम नहीं मुझे मैं कांटों सा रहूं, मुझे खुशी इस बात की है… मैं तेरे संग तो हूं. कोई आना भी जो चाहे...