आमचो बस्तर: एक अनसुनी कहानी
सोशल मीडिया पे बैठकर कितना आसान है गरमा-गरम बहस करना( मैं भी करता हूँ)। बुद्धिजीवियों की बाढ़ सी आ गयी है हमारे समाज में लगता...
सोशल मीडिया पे बैठकर कितना आसान है गरमा-गरम बहस करना( मैं भी करता हूँ)। बुद्धिजीवियों की बाढ़ सी आ गयी है हमारे समाज में लगता है । अमूर्त से अमूर्त विषय पर पुरज़ोर परिचर्चा, क्लिष्टतम विषय भी वस्तुनिष्ठ प्रतीत होने लगता है और बेहद वस्तुनिष्ठ विषय भी अमूर्त सा बन जाता है। और फ्रेंड लिस्ट...