अपने चाँद से भी ज्यादा हंसी चाँद के दीदार के लिए
“वो आये नज़र ऐसे, जैसे चाँद उतारा हो किसी ने आसमां से जमी पर | लगता है अब आसमां को भी आना पड़ेगा, अपने चाँद...
“वो आये नज़र ऐसे, जैसे चाँद उतारा हो किसी ने आसमां से जमी पर | लगता है अब आसमां को भी आना पड़ेगा, अपने चाँद से भी ज्यादा हंसी चाँद के दीदार के लिए, आसमां से जमीं पर| लेखक: राजेश शर्मा loading…