तुम और तुम्हारा स्पर्श
तुम और तुम्हारा स्पर्श प्यारी सी कोई नाजुक डाली खुली हवा, मेंहकी मुहब्बत सी तन-मन को छू जाये तेरी मुस्कुराहट, फूलों जैसी मेरा दिल जिस...
तुम और तुम्हारा स्पर्श प्यारी सी कोई नाजुक डाली खुली हवा, मेंहकी मुहब्बत सी तन-मन को छू जाये तेरी मुस्कुराहट, फूलों जैसी मेरा दिल जिस पर मंडराये तुम पावन तुलसी जैसी कुंदन सी तेरी काया आसमां से दूर तलक तेरी ही किरणें बिखराये उन किरणों को जोड़ कर मैं भी प्यार का इन्द्रधनुष हूँ बनाये...