एक दूजे के लिए…..भाग-3
रश्मि सो रही होती हैं। तभी फोन बजता हैं। वो सोए हुए में ही फोन उठा लेती हैं। हैलो कौन? मैं हूँ यार रीना। इतनी...
रश्मि सो रही होती हैं। तभी फोन बजता हैं। वो सोए हुए में ही फोन उठा लेती हैं। हैलो कौन? मैं हूँ यार रीना। इतनी...
फिर वो पीछे की तरफ मुड़ती हैं देखने के लिए। रश्मि उठो सुबह हो गई हैं। मम्मी आप? हाँ, मैं क्यों क्या हुई। देख कितने...
अचानक पढ़ते समय मेरे चेहरे पर लटें लहराई जैसे बिन बादल के बरसात झमाझम आई हवा का साथ पाते ही आकाश को छूने की तमन्ना...
उम्र बीत जाए हर पल गुज़र जाए रैना बीती जाए जब तू साथ हो जब भी पल कोई उदास हो खुशियां भी ना साथ हो...
इक चाहत-सी लिए फ़िर रहा गुस्ताख़ दिल मेरा मतलबी जहां में यूं के दूर जाते दिख रहे वो कभी अपने थे जो… थी खुशी जिनसे...
कहीं दूर इक मुसाफिर भटकता है अपनी मंजिल को पाने को, वो ना जाने कितनी ही मसक्कतें करता है कि मिल जाए उसे उसकी मंजिल...
जब भी कदम उनके घर की दहलीज पर पड़ती होगी सच कहूं वो याद मुझे करती होंगी जिस दहलीज पर हाथों में हाथ डाल हम...
“अब और क्या ऐ दिल, इश्के – महफ़िल में हो तू किसी की जुबां से बयां, कभी किसी की वफ़ा से बयां, तो कभी किसी...
है खामोशियों का दौर अपना कोई नहीं है जागता मैं तन्हा यहां संग मेरे कोई नहीं है है विरह में बहते आंसू मेरे अपना कहने...
अब और क्या उनकी उफ़! तलब को बयां दिल ये करे| फ़कत यही कि लबों पे उनका नाम है, और निगाहों में हंसी उनका हुशन-ऐ-जाम...