इबादत मोहब्बत की
देख कर तुम्हें लगता है मुझे, आज फिर तुम नाराज हो मुझसे. खयालों में मेरी हर पल हो आते आकर मुझे तुम हो रुलाते कभी...
देख कर तुम्हें लगता है मुझे, आज फिर तुम नाराज हो मुझसे. खयालों में मेरी हर पल हो आते आकर मुझे तुम हो रुलाते कभी सुन सको तो सुनो बातें मेरी अनकही जो करता ही रहता खयालों में तुमसे अगर तुम्हें है लगता मैं कहानी हूँ बुनता तो देगी तुम्हें गवाही ये आँखें मेरी जो...