फकीरों में सहजादा दिल है मेरा…!!
कुछ पल को लगता है यूँ तुम करीब हो मेरे फिर दूसरे ही पल तुम जुदा क्यों हो? रहते हो तुम दिल के करीब मेरे...
कुछ पल को लगता है यूँ तुम करीब हो मेरे फिर दूसरे ही पल तुम जुदा क्यों हो? रहते हो तुम दिल के करीब मेरे पर लगता है ये क्यों… तुम खफा-खफा हो. कभी सपनो में आकर नींदों को उड़ा जाते हो कभी हवाओं को कहते हो मुझे सताए कभी जब आती है याद तेरी...