एक दूजे के लिए
शहर की दौड़ती भागती जिंदगी से दूर कहीं छोटे से शहर में सपनों के आगोश में नींद के रथ पर सवार रश्मि अपनी ही दुनिया...
शहर की दौड़ती भागती जिंदगी से दूर कहीं छोटे से शहर में सपनों के आगोश में नींद के रथ पर सवार रश्मि अपनी ही दुनिया में खोई हुई हैं, बिना कल का जाने की भविष्य के गर्भ में आखिर क्या लिखा हैं? मन तक को साफ कर देने वाली हवा आखिर उसके होंठों पर मंद...