उत्तर प्रदेश में सियासी तनातनी आजकल चर्म पर है क्योंकि 2017 में होने वाले चुनावो में समाजवादी पार्टी की सफलता की अटकलें इस लिए भी ज्यादा है क्योंकि उत्तर प्रदेश की राजनीति में अखिलेश यादव ने बीती पंचवर्षी में उत्तर प्रदेश में कई सारे ऐसे काम कर दिखाए हैं जिसे आज़तक कोई भी सरकार नही कर पायी है और विकास के मार्ग पे अखिलेश यादव ने कई सारे मील के पत्थर बनाये हैं जिन्हें उत्तर प्रदेश के चुनावो में UP की जनता ज़रूर याद रखेगी.
अखिलेश यादव की समर्थता इस समय युवाओं में भी बहुत ज्यादा है इसका सीधा सा कारण ये भी कि अखिलेश यादव ही ऐसे प्रत्याशी हैं जिन्हें सारे युवा एक स्वर में अपना प्रतिनिधि स्वीकार करते हैं.
“काम बोलता है” संस्था के ज़रिये अखिलेश यादव के किये गए कामों को जनता के सामने रखे जाना वास्तव में काबिले तारीफ़ है.
उत्तर प्रदेश कि राजनीती में अखिलेश सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये भी रही है कि UP जनता बीते कुछ समय से वास्तव में एक भ्रामक स्थिति का सामना कर है क्योंकि मोदी सरकार के द्वारा मार्केटिंग कैंपेन कि बाढ़ में जनता यह नही जान पा रही कि असलियत में कौन सी योजना राज्य सरकार द्वारा है और कौन सी केंद्र सरकार द्वारा है, इसी मिथ्या भ्रम को निबटाने के लिए “काम बोलता है” संस्था एक जागरूक कार्य कर रही है.
“काम बोलता है” के द्वारा सोशल मीडिया पे भी एक पहल कि गयी है जिसका समर्थन भी मिल रहा है और जनता के सामने अखिलेश सरकार द्वारा किये गए कार्यों का उल्लेख भी बखूबी हो रहा है.
उत्तर प्रदेश के अगले CM को तो जनता ही निर्धारित करेगी और तब तक हम सभी बस प्रतीछा कर सकते है कि आखिरकार 2017 में UP कि जनता किसे अपना CM चयनित करती है?