जम्मू-कश्मीर में इंटरनेशनल बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ के एक जवान तेज बहादुर यादव ने जब सेना को मिल रहे घटिया खाने का एक विडियो सामने लाये तो देश के भावी नेतागण और बड़े बड़े अफसर उनपे अनुसाशन हीनता के आरोप लगा रहे हैं. बीएसएफ के जवान का आरोप है कि सरहद पर जवानों को ढंग का भरपेट खाना तक नहीं मिल रहा.
हालांकि, बीएसएफ ने ऐसा कुछ भी होने से इनकार किया है. उनका कहना है कि खाना पर्याप्त मात्रा में होता और कोई राशन घोटाला नहीं होता. वहीं, ये भी बताया गया है कि तेज बहादुर पर पहले भी अनुशासनहीनता के आरोप लग चुके हैं.
इस पूरे मामले में सवाल ये उठते हैं कि क्या वाकई बीएसएफ के जवानों को घटिया खाना मिलता है? आखिर सुरक्षा बलों के हिस्से का राशन कौन खा रहा है?
और गारा ऐसा है तो……अब इसे हम अपने देश का दुर्भाग्य समझे या कुछ और कि जो देश के जवान अपना घर बार सब छोड़ के देश कि सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे बॉर्डर पे अपनी जान कि परवाह किये बिना डटे रहते हैं औन्ही को ढंग से कहना भी नही मिल पा रहा है….?