भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चेन्नई में खेले गए पहले वनडे में 26 रन से मात देकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। चेपॉक में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने निर्धारित 50 ओवर 7 विकेट पर 281 रन का स्कोर खड़ा किया। लेकिन इसके बाद बारिश ने खलल डाला और ऑस्ट्रेलियाई टीम को 21 ओवर में 164 रन का लक्ष्य दिया गया। जिसे कंगारू टीम हासिल नहीं कर पाई और केवल 137/9 रन बना सकी। भारतीय गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को विकेट पर टिकने ही नहीं दिया और नियमित अंतराल पर विकेट लेते रहे। अंतिम ओवर में जीत के लिए ऑस्ट्रेलिया को 34 रन की दरकार थी लेकिन फॉकनर-जंपा की जोड़ी इतने रन नहीं बना पाई। भारत की ओर से चहल सर्वाधिक 3, कुलदीप, पांड्या ने 2-2, बुमराह-भुवनेश्वर ने 1-1 विकेट हासिल किया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है।
164 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने बिगाड़ दी। उन्होंने चौथे ओवर की पांचवी गेंद पर डेब्यू मैच खेल रहे हिल्टन कार्टराइट (1) को क्लीन बोल्ड किया। अगले ही ओवर में हार्दिक पांड्या ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ (1) को जसप्रीत बुमराह के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए ट्रेविस हेड को पांड्या ने धोनी के हाथों कैच कराकर पवेलियव वापस भेज दिया। ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद को कट करने के प्रयास में गेंद बल्ले का किनारा लेकर धोनी के हाथों में पहुंच गई। हेड ने पांच रन बनाए। इसके बाद लय में नजर आ रहे डेविड वार्नर कुलदीप की फिरकी में फंस गए और गेंद धोनी के दस्तानों में जा पहुंची। वार्नर ने 25 रन बनाए। पारी के 11 वें ओवर में मैक्सवेल ने कुलदीप की जमकर धुनाई कर दी। पांड्या की तरह मैक्सवेल ने कुलदीप की गेंद पर एक चौका और लगातार 3 छक्के जड़े। इस ओवर में कुलदीप ने 22 रन खर्च किए। लेकिन तेजी से रन बना रहे मैक्सवेल 18 गेंद पर 39 रन बनाने के बाद चहल की गेंद पर कैच दे बैठे। इसके बाद मार्क्स स्टॉयनिस कुलदीप की गेंद पर जडेजा को कैच दे बैठे। कुलदीप की गेंद पर स्वीप शॉट खेलना उन्हें भारी पड़ गया। वह 3 रन बना सके। इसके बाद भी लगातार विकेट गिरते रहे लेकिन दूसरा छोर जेम्स फॉक्नर थामे रहे। फॉक्नर अंत में 32 और जंपा 5 रन बनाकर नाबाद रहे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे ज्यादा 39 रन ग्लैन मैक्सवेल ने बनाए।
इससे पहले टीम इंडिया ने एमएस धोनी (79) और हार्दिक पांड्या (83) की दमदार पारियों की मदद से रविवार को ऑस्ट्रेलिया के सामने 282 रन का लक्ष्य रखा था। टीम इंडिया ने निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 281 रन बनाए हैं। भुवनेश्वर कुमार 32* और कुलदीप यादव 0 रन बनाकर नाबाद रहे। कप्तान विराट कोहली ने चेन्नई के एम चिदंबरम स्टेडियम में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। मेजबान टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। जब टीम का स्कोर 11 रन था, तब उसके तीन बल्लेबाज आउट हो गए। कोल्टर नाइल ने पारी के चौथे ओवर में अजिंक्य रहाणे (5) को विकेटकीपर मैथ्यू वेड के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद छठें ओवर में नाइल ने कप्तान विराट कोहली और मनीष पांडे को पवेलियन भेजा। विराट और पांडे खाता भी नहीं खोल सके।
रोहित शर्मा और केदार जाधव ने हालांकि 50 रनों की साझेदारी कर टीम इंडिया को संभाला। लेकिन रोहित लंबी पारी नहीं खेल सके। 28 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर वह कोल्टर नील को स्टोइनिस की गेंद पर कैच दे बैठे। केदार जाधव भी 40 रन बनाकर आउट हो गए हैं। उन्होंने स्टोइनिस की गेंद पर कार्टराइट को आसान कैच दिया।
टीम इंडिया 87 रन पर 5 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। फिर हार्दिक पांड्या (83) ने एमएस धोनी के साथ पारी को संभाला। दोनों ने छठे विकेट के लिए 118 रन की साझेदारी की। पांड्या ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और केवल 66 गेंदों में पांच चौको व इतने छक्को की मदद से 83 रन बनाए। पांड्या को देखकर लग रहा था कि वो शतक पूरा कर लेंगे, लेकिन लेग स्पिनर एडम जम्पा की गेंद पर वो बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में पॉइंट पर जेम्स फॉकनर को आसान कैच थमा बैठे।
इसके बाद धोनी ने कमिंस द्वारा किए पारी के 47 ओवर की दूसरी गेंद पर पॉइंट की दिशा में एक रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 75 गेंदों में सिर्फ एक चौके की मदद से अपने वन-डे करियर का 66वां अर्धशतक जमाया। धोनी ने इसी के साथ अपने इंटरनेशनल करियर के 100 अर्धशतक भी पूरे किए। उन्होंने टेस्ट में 33 और टी20 अंतर्राष्ट्रीय में एक अर्धशतक ठोंका है।
धोनी ने अर्धशतक जमाने के बाद तीन चौके व दो छक्के जमाए। धोनी और भुवी ने केवल 43 गेंदों में अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की। धोनी आउट होने वाले टीम इंडिया के अंतिम बल्लेबाज रहे। उन्होंने 88 गेंदों में 4 चौको और दो छक्को की मदद से 79 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से नाथन कोल्टर नाइल ने सर्वाधिक तीन विकेट लिए। मार्कस स्टोइनिस ने दो जबकि जेम्स फॉकनर और एडम जम्पा ने एक-एक विकेट लिया।