जिस प्रकार युद्ध में सेनापति की मुख्य भूमिका होती है उसी प्रकार क्रिकेट के खेल में कप्तान की मुख्य भूमिका होती है. कप्तान का नाम लेने दो खिलाड़ियों का चेहरा दिमाग में आता है, पहला सौरव गांगुली और दूसरा महेंद्र सिंह धोनी.
जहां सौरव ने आक्रामक कप्तानी करते हुए भारतीय खिलाडियों के अंदर विश्व कप जैसे बड़े टाइटल की जीतने का जुनून भरा तो माही ने भारत को विश्व कप जीता ही दिया. लेकिन कुछ ऐसे चैंपियन खिलाड़ी रहे जिन्हें कप्तानी मिली ही नही. ऐसे ही दो सीनियर खिलाड़ियों का ज्रिक हम यहां कर रहे हैं जिनको कभी टीम की अगुवाई करने का मौका नही मिला.
हरभजन सिंह
भारत के सर्वश्रेष्ठ फिरकी गेंदबाजों के ज्रिक में हरभजन सिंह का नाम हमेशा सबसे पहले लिया जाता है. हरभजन सिंह के पास 200 से अधिक मैचों का अनुभव है लेकिन उनको कभी भारत का कप्तान नही बनाया गया.
हालांकि आईपीएल के दौरान जब चैंपियन ट्राॅफी होती थी तब हरभजन को उसमे कप्तान बनाया गया था और वहां भज्जी की कप्तानी में भारत चैंपियन भी बनी थी. लेकिन जिस समय हरभजन सिंह खेल रहे थे उस समय तीनों की फाॅर्मेट की कप्तानी धोनी के पास थी और वह तीनों ही फाॅर्मेट में बेहतरीन कप्तानी कर रहे थे जिसके वजह से भज्जी कभी भारत के कप्तान नही बन पाए.
युवराज सिंह
सिक्सर किंग के नाम से मशहूर बल्लेबाज युवराज सिंह को टीम इंडिया का कभी कप्तान नही बनाया गया. आप को जान कर हैरानी होगी कि युवराज सिंह ने अपने जीवन में 300 से अधिक मैच खेला है लेकिन उनको अपने करियर में कप्तानी करने का मौका नही मिला था. कुछ मौकों पर युवराज उप-कप्तान की भूमिका में जरूर नजर आए थे लेकिन वह कभी कप्तान नही बन पाए थे. आईपीएल के दौरान किंग्स इलेवन पंजाब और पुणे वॉरियर्स की कप्तानी युवी को मिली थी लेकिन वह कभी अपने टीम को चैंपियन नही बना पाए.
ALSO READ:IPL 2023: पहले मैच में इस घातक प्लेइंग XI के साथ उतरेंगे हार्दिक पांड्या, केन विलियमसन की एंट्री के बाद बदल गयी गुजरात टाइटंस प्लेइंग XI