भारत और आॅस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद में चल रहा चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ के नतीजे पर समाप्त हुआ। इसी के साथ चार मैचों की सीरीज़ समाप्त हो गई। इस अंतिम टेस्ट मैच में 186 रनों की यादगार पारी खेलने वाले विराट कोहली को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। उनका टेस्ट क्रिकेट में 1205 दिन बाद शतक आया था। जो कई मायनों में उनके लिए और टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण था। जिसका जिक्र उन्होंने मैन ऑफ द मैच पुरस्कार लेने के दौरान किया।
विराट कोहली ने बताया श्रेयस का चोटिल की खबर आते मुझे आराम से खलेने को कहा
विराट कोहली ने मैन ऑफ द मैच पुरस्कार लेने के बाद कहा,
”सच कहूं तो एक खिलाड़ी के रूप में मुझे खुद से जो उम्मीदें हैं, वह मेरे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। मुझे लगा कि मैं नागपुर में पहली पारी से ही अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं। हमने लंबे समय तक अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान दिया है। मैने ऐसा अतीत में भी किया था। मुझे मेरी क्षमता पर भरोसा था। हालांकि मैं वर्तमान में अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पाए रहा था। उसके लिए थोड़ा निराश था। हालांकि इस बात से राहत मिली कि मैं जैसा खेलना चाहता था, वैसा मैं खेल सका।”
वही विराट कोहली ने अपनी 180 रनों की मैराथन पारी के बारे में कहा कि
मैं अपने डिफेंस से खुश था। मैं अब ऐसी जगह पर नहीं हूं जहां मैं बाहर जाकर किसी को गलत साबित करूं। जब मैं नाबाद 60 रन पर था तो हमने सकारात्मक खेलने का फैसला किया। लेकिन हमने श्रेयस को चोट के कारण खो दिया और बल्लेबाज कम थे। इसलिए, हमने ज्यादा समय खेलने का फैसला किया। वही आ आॅस्ट्रेलियाई खिलाड़ी गेंद से अच्छे थे और उन्होंने कुछ अच्छी फील्डिंग की। हमें थोड़ी सी बढ़त मिली और हमने खुद को एक तरह का मौका दिया।
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विराट कोहली ने स्थापित किए कई कीर्तिमान
विराट कोहली ने पहली पारी में 180 रनों की पारी से कई कीर्तिमान स्थापित किए। यह उनका टेस्ट करियर में 28वां शतक है। उन्होंने 1205 दिनों बाद टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाया। उन्होंने इसके पहले अपना अंतिम टेस्ट शतक साल 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ पिंक बाॅल टेस्ट कोलकाता में लगाया था। तब से वें टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाने में नाकाम साबित हो रहे थे।
विराट कोहली का यह ओवरआॅल तीनों फॉर्मेट में 75वां शतक था। उन्होंने 75 शतक लगाने में सचिन तेंदुलकर की तुलना में 12 पारियां कम ली। सचिन ने 567 पारियों में 75 शतक लगाए थे जबकि विराट ने 555 पारियों में 75 शतक लगाए। इसके अलावा उन्होंने टेस्ट चैंपियनशिप में भी 1800 रन पूरे किए। अब वें टेस्ट चैंपियनशिप में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।
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