नई दिल्ली: अडानी ग्रुप के अध्यक्ष गौतम अडानी के छोटे बेटे जीत और उनकी होने वाली बहु दिवा ने एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल की शुरुआत की है, जिसका नाम ‘मंगल सेवा’ है। इस पहल के तहत विशेष रूप से नवविवाहित दिव्यांग महिलाओं को सहायता प्रदान की जाएगी।
जीत अडानी और दिवा ने इस पहल की शुरुआत एक निजी समारोह में की, जिसमें परिवार के सदस्य और करीबी रिश्तेदार शामिल हुए। उन्होंने बताया कि ‘मंगल सेवा’ का उद्देश्य दिव्यांग महिलाओं को उनके जीवन में हर कदम पर समर्थन देना और उनकी सामाजिक, मानसिक और आर्थिक स्थिति को सुधारना है।
मंगल सेवा का उद्देश्य
जीत और दिवा ने इस पहल को समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने के रूप में देखा है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि हम दिव्यांग महिलाओं के लिए एक ऐसा प्लेटफार्म प्रदान करें, जहां वे न केवल मानसिक और शारीरिक रूप से सक्षम महसूस करें, बल्कि उनके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और रोजगार के अवसर भी उपलब्ध हों।”
इस पहल के अंतर्गत, मंगल सेवा के तहत दिव्यांग महिलाओं के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जैसे कि स्वास्थ्य कैंप, कौशल विकास कार्यशालाएं और मानसिक स्वास्थ्य समर्थन सेवाएं। इसके अलावा, इस पहल में सहयोग देने वाली संस्थाओं को भी सम्मानित किया जाएगा।
समाज के प्रति योगदान
जीत और दिवा ने कहा कि उनकी शादी के अवसर पर इस पहल की शुरुआत करना उनके लिए बहुत गर्व की बात है। “हम चाहते हैं कि हमारी शादी का यह शुभ अवसर समाज के कुछ अहम मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करे और हमें यह विश्वास है कि मंगल सेवा के माध्यम से हम एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं,” उन्होंने कहा।
इस पहल के तहत अडानी परिवार का योगदान समाज की जरूरतमंद महिलाओं के लिए एक नई उम्मीद की किरण बन सकता है।
अडानी परिवार की पहल का स्वागत
इस पहल को लेकर अडानी परिवार के करीबी लोग और समाजसेवी संगठन भी सराहना कर रहे हैं। समाज में इस पहल के प्रभाव को लेकर कई विशेषज्ञों ने भी अपने विचार व्यक्त किए हैं और इसे एक सशक्त सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना है।
जीत और दिवा की इस पहल का उद्देश्य न केवल समाज में समानता लाना है, बल्कि यह महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए एक नई राह भी दिखाता है।