नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में संसद में अपनी एक महत्वपूर्ण स्पीच के दौरान एक किताब का जिक्र किया। यह किताब “नेहरू: द इनसाइड स्टोरी” है, जो भारतीय इतिहास और खासकर पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीवन पर आधारित है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस किताब का हवाला देते हुए नेहरू के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें साझा की।
किताब में क्या लिखा है नेहरू के बारे में?
यह किताब नेहरू के व्यक्तित्व और उनके शासनकाल की गहराई से समीक्षा करती है। इसमें कई ऐसे पहलू उजागर किए गए हैं, जो नेहरू के निर्णयों और उनके नीतिगत दृष्टिकोण पर सवाल उठाते हैं।
1. नेहरू की तानाशाही प्रवृत्तियां
किताब के अनुसार, नेहरू की शासनशक्ति और तानाशाही प्रवृत्तियों के बारे में कई बिंदु उठाए गए हैं। लेखक ने यह बताया कि किस तरह नेहरू ने कभी भी अपने विरोधियों को सही तरीके से जवाब नहीं दिया और उनके शासन में लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता पर प्रश्न उठाए गए थे।
2. विदेशी नीति और चीन से संबंध
नेहरू के विदेशी नीति में चीन से संबंधों की भी चर्चा की गई है। 1962 के चीन युद्ध के संदर्भ में यह किताब यह बताती है कि नेहरू की गलत रणनीतियों के कारण देश को भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
3. समाजवादी विचारधारा और उसके परिणाम
किताब में यह भी कहा गया है कि नेहरू की समाजवादी विचारधारा ने भारतीय अर्थव्यवस्था को कई दशकों तक धीमा और नियंत्रित रखा, जिससे विकास में रुकावटें आईं।
पीएम मोदी का क्या कहना था?
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में इस किताब का उल्लेख करते हुए कहा कि “यह किताब भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण पहलू को सामने लाती है और हमें इतिहास के कुछ कठिन पहलुओं को समझने का मौका देती है।”
नेहरू के योगदान को भी नकारा नहीं जा सकता
हालांकि किताब नेहरू के कुछ नकारात्मक पहलुओं को उजागर करती है, लेकिन उसमें यह भी बताया गया है कि नेहरू का भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान था और उन्हें भारतीय लोकतंत्र के निर्माण में एक केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए याद किया जाएगा।