प्रयागराज महाकुंभ 2025: में इस बार श्रद्धालुओं के लिए द्वादश माधव परिक्रमा का विशेष महत्व है। इसी को ध्यान में रखते हुए एक खास गैलरी लगाई गई है, जिसमें इस परिक्रमा से जुड़ी ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक जानकारी को खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया है।
गैलरी में द्वादश माधव मंदिरों की यात्रा, उनकी महिमा और उनसे जुड़ी कथाओं को चित्रों, डिजिटल स्क्रीन और मॉडलों के माध्यम से दिखाया गया है। यह गैलरी न सिर्फ आध्यात्मिक बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित कर रही है।
क्या है द्वादश माधव परिक्रमा?
द्वादश माधव परिक्रमा, प्रयागराज में 12 माधव मंदिरों की यात्रा है। यह परिक्रमा धार्मिक आस्था और पुण्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। मान्यता है कि इन मंदिरों की यात्रा करने से श्रद्धालुओं को मोक्ष की प्राप्ति होती है और सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
गैलरी में क्या है खास?
ऐतिहासिक चित्र: द्वादश माधव मंदिरों का ऐतिहासिक महत्व चित्रों और विवरणों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
डिजिटल अनुभव: श्रद्धालुओं को वर्चुअल टूर की सुविधा दी जा रही है, जिससे वे डिजिटल रूप से इन मंदिरों की परिक्रमा कर सकते हैं।
मॉडल और प्रतिकृतियां: मंदिरों के छोटे-छोटे मॉडल और परिक्रमा से जुड़ी वस्तुओं की प्रदर्शनी भी लगाई गई है।
पौराणिक कथाएं: प्रत्येक मंदिर से जुड़ी पौराणिक कहानियों को रोचक तरीके से प्रदर्शित किया गया है।
श्रद्धालुओं में उत्साह
महाकुंभ में आए श्रद्धालु इस गैलरी को देखकर काफी प्रभावित हो रहे हैं। यह प्रदर्शनी न केवल आस्था को गहराई देती है, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक ज्ञान को भी बढ़ाती है।
आयोजकों का उद्देश्य
गैलरी के आयोजकों का कहना है कि इस प्रदर्शनी का उद्देश्य द्वादश माधव परिक्रमा की महिमा को विश्वभर में पहुंचाना है। साथ ही, यह श्रद्धालुओं को धार्मिक महत्व से रूबरू कराने का एक अनूठा प्रयास है।