वॉशिंगटन। मार्क जुकरबर्ग और अन्य मेटा प्लेटफॉर्म इंक के अधिकारियों, निदेशकों पर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर यौन तस्करी, बच्चों के यौन शोषण को रोकने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं करने का आरोप लगाया गया है। तो वहीं डेलावेयर चांसरी कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया है।
मेटा के अरबपति सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी जुकरबर्ग ने 2019 में कांग्रेस को बताया कि बाल शोषण सबसे गंभीर खतरों में से एक है। जिस पर हम ध्यान केंद्रित करते हैं। कैलिफोर्निया के मेन्लो पार्क में स्थित मेटा को लंबे समय से आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें यह आरोप लगाए जाते हैं कि उसके प्लेटफार्म यौन दुराचार को बढ़ावा मिल रहा है।
‘बोर्ड ने जानबूझ कर दिया बढ़ावा’
कई पेंशन और निवेश फंडों द्वारा की गई शिकायत में कहा गया कि मेटा का नेतृत्व और बोर्ड इस समस्या को जड़ से खत्म करने में विफल रहा है। इसलिए बोर्ड ने जानबूझ कर यौन शोषण/मानव तस्करी को बढ़ावा देने और उसे सुगम बनाने के लिए मेटा के प्लेटफार्मों को अनुमति देने का फैसला किया है।
मेटा ने आरोपों को किया खारिज
हालांकि मेटा ने डेलावेयर चांसरी कोर्ट में दायर मुकदमे के आधार को खारिज कर दिया। बोर्ड ने कहा कि हम मानव शोषण और बाल यौन शोषण को अनिश्चित शब्दों में प्रतिबंधित करते हैं। इस मुकदमे में किए गए दावे इस प्रकार की गतिविधि का मुकाबला करने के हमारे प्रयासों को गलत साबित करते हैं। तो वहीं मेटा बोर्ड ने यह भी कहा कि हमारा लक्ष्य उन लोगों को रोकना है जो हमारे मंच का उपयोग करने से दूसरों का शोषण करना चाहते हैं।
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