भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा को अपने आखिरी ग्रैंड स्लैम में हार का सामना करना पड़ा है। ऑस्ट्रेलियन ओपन मिक्स्ड डबल्स फाइनल में सानिया (36) और रोहन बोपन्ना (42) की जोड़ी को ब्राजील की लुईसा स्टेफनी और राफेल माटोस की जोड़ी ने हराया। सानिया मिर्जा ने पहले ही एलान कर दिया था कि ऑस्ट्रेलियन ओपन उनका आखिरी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट होगा।
सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी को ब्राजील की लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस ने 6-7, 2-6 के अंतर से हराया। फाइनल मुकाबले में हार के बाद बोलते हुए सानिया काफी भावुक हो गईं और अपने आंसू नहीं रोक पाईं। हालांकि, जल्द ही उन्होंने खुद पर काबू पाया और अपनी बात पूरी की। मैच खत्म होने के बाद सानिया मिर्जा ने कहा “मैं अभी दो टूर्नामेंट और खेलने वाली हूं। मेरे करियर की शुरुआत मेलबर्न में ही हुई थी। 2005 में मैं तीसरे दौर में सेरेना विलियम्स के खिलाफ खेली थी। उस समय मैं 18 साल की थी। मैं भाग्यशाली हूं कि बार-बार यहां आने में सफल रही और कई टूर्नामेंट भी यहां जीते। साथ ही कई बेहतरीन फाइनल मुकाबले भी खेले। रोड लेवर मेरी जिंदगी में खास रहा है। ग्रैंड स्लैम में अपना करियर समाप्त करने के लिए मैं इससे बेहतर एरेना के बारे में नहीं सोच सकती। मुझे यहां घर जैसा महसूस कराने के लिए धन्यवाद।”
मैच में क्या हुआ?
ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 में फाइनल से पहले सिर्फ एक सेट हारने वाली सानिया और बोपन्ना की जोड़ी खिताबी मुकाबले में लय में नहीं दिखी। हालांकि, पहले सेट में दोनों जोड़ियों के बीच जमकर संघर्ष हुआ, लेकिन अंत में ब्राजील की लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस ने 7-6 के अंतर से सेट जीत लिया। इसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि सानिया और रोहन बोपन्ना दूसरे सेट में वापसी करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ब्राजील की जोड़ी ने दूसरा सेट 6-2 के बड़े अंतर से जीत लिया और खिताब भी अपने नाम किया। दूसरे सेट में सानिया और रोहन बोपन्ना की जोड़ी पूरी तरह से अपनी लय खो चुकी थी। हालांकि, अभी सानिया को दो टूर्नामेंट खेलने हैं। ऐसे में उनके पास जीत के साथ अपने करियर को विराम देने का मौका है।
WTA करियर का आखिरी टूर्नामेंट होगा
सानिया मिर्जा पहले ही संन्यास की घोषणा कर चुकी हैं। साल के शुरुआत में उन्होंने टेनिस वेबसाइट wtatennis.com को दिए इंटरव्यू में कहा था कि दुबई में 19 फरवरी से होने वाले WTA 1000 इवेंट उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा। इसके बाद वह संन्यास ले लेंगी।
बोपन्ना बोले- देश और दुनिया में प्रेरणा बनने के लिए शुक्रिया
सानिया मिर्जा ने साथी खिलाड़ी रोहन बोपन्ना का भी शुक्रिया किया। उन्होंने कहा कि 14 साल की उम्र में उनके पहले मिक्स्ड डबल्स पार्टनर बोपन्ना ही थे। दोनों की फैमिली और बच्चे भी फाइनल के दौरान मौजूद थे। हालांकि, सानिया के पति और पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक फाइनल में नहीं थे। बोपन्ना ने सानिया से कहा- आपने अपने खेल से इतने सालों तक देश और दुनिया के लोगों को प्रेरणा देने का काम किया है। इसके लिए आपका शुक्रिया।
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