Sudip Dutta: दुनिया में हर कोई अमीर बनना चाहता है, किसी को अमीरी पैदा होने के साथ ही मिल जाती है तो किसी को काफी मेहनत करना पड़ता है। आज हम आपको ऐसे ही एक व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे है, जिनके पास कुछ भी नहीं था लेकिन आज वो अरबों रुपए के मालिक हैं। उनका नाम सुदीप दत्ता है, जिनके भाई और पिता के गुजरने के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी सुदीप पर आ गई थी।खुद की कंपनी को खरीद कर बन गए मालिकसुदीप पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में रहने वाले हैं। पिता और भाई के गुजर जाने के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी सुदीप के कंधों पर आ गई थी। उस समय उनके घर की हालत बहुत खराब थी। अपने दोस्तों के सुझाव को स्वीकार करने के बाद, उन्होंने अपनी पहली नौकरी शुरू की, जिसमें उन्हें 15 रुपये प्रति माह का भुगतान किया गया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सुदीप जिस कंपनी के लिए काम किया करते थे, उन्होंने उसी कंपनी को ही खरीद लिया था। हुआ ऐसे की, फैक्टरी के मालिक को नुकसान होने के वजह से फेक्टरी मालिक ने फैक्टरी बंद करने का निर्णय किया था।नैस्ले और सिप्ला के साथ हुई थी बड़ी शुरुवातसुदीप को अपने मालिक से वादा करना था कि वह इसे खरीदने के लिए कंपनी के मुनाफे में दो साल तक हिस्सा लेगा। जब सुदीप ने कंपनी का अधिग्रहण किया, तो कंपनी के लिए चीजें ठीक नहीं चल रही थीं। हालाँकि, सुदीप ने कभी हार नहीं मानी और इस बेहतर गुणवत्ता के कारण, ग्राहकों की संख्या बढ़ती रही और अंततः उनकी मेहनत रंग लाई और बाद में उन्हें नैस्ले और सिप्ला जैसी कंपनियों के छोटे ऑर्डर भी मिल गए।वेदांता ग्रुप की कंपनी खरीदी सुदीप ने जल्दी ही पकड़ बना ली, और अपनी मिड-कैप कंपनी को लार्ज-कैप कंपनी में बदलने का फैसला किया। सुदीप का मुकाबला इंडिया फॉयल, जिंदल लिमिटेड जैसी दिग्गज कंपनियों से था। नवंबर 2008 में सुदीप ने वेदांता ग्रुप से इंडिया फॉयल्स खरीदा। यह कदम महत्वपूर्ण था क्योंकि सुदीप की कंपनी भारत फॉयल्स के मुकाबले काफी छोटी थी।वेदांता को भी पीछे छोड़ा धीरे-धीरे, सुदीप की कंपनी Ess De वेदांता जैसी ग्लोबल दिग्गज को पछाड़ने में कामयाब रही और Ess De इंडस्ट्री में सबसे शीर्ष स्थान पर पहुंच गई। Ess De की तकनीकी रूप से एडवांस पैकेजिंग सॉल्यूशंस की बड़ी रेंज ने सुदीप को 1,685 करोड़ रुपये के साम्राज्य का मालिक बना दिया।Ess Dee Aluminium Ltd हालांकि, अपनी सफलता को भुनाने में विफल रहा और दिवालियेपन का शिकार हो गया। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की कलकत्ता बेंच ने एक बार कंपनी के खिलाफ कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया था।हम आपको बताना चाहेंगे कि सुदीप की कंपनी को बॉम्बे और नेशनल में स्टॉक एक्सचेंजों की सूची में शामिल किया गया है। आज उनकी कंपनी की कीमत 1600 करोड़ से ज्यादा है।