पार्टी हो या पिकनिक, चिप्स का इस्तेमाल अक्सर स्नैक्स के तौर पर किया जाता है। यात्रा के दौरान, क्रिकेट मैच के दौरान या मूवी देखने के दौरान भी लोग टाइम पास करने के लिए चिप्स खाना पसंद करते हैं। कुछ बच्चों के लिए, मैगी की तरह, आज के चिप्स भी दैनिक आवश्यकता में शामिल हैं। आपने कई तरह के चिप्स भी खाए होंगे और इन चिप्स पर डिजाइन लाइन भी देखी होगी.क्या आपने कभी गौर किया है कि चिप्स बनाते समय उन पर धारियां रह जाती हैं? अगर नहीं तो आइये आज हम आपको इसके पीछे की असली वजह बताते हैं. आपको यह भी बताएंगे कि इसके पीछे कोई मार्केटिंग फंडा है या फिर कोई और राज है.आपको बता दें कि 90 के दशक तक घर में आलू के चिप्स बनते थे। उस समय चिप्स पर कोई लाइन नहीं होती थी। आज भी लोकल चिप्स पर लाइन देखने को नहीं मिलती है, लेकिन आपने देखा होगा कि ब्रांडेड कंपनी के चिप्स, जो पैकेट में मिलते हैं, उनमें हमेशा एक लाइन होती है। इसके पीछे भी दो ख़ास वजह है.चिप्स पर लगी लाइनें चिप्स को स्वादिष्ट बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए मसालों को बनाए रखने में मदद करती हैं। यदि कोई लाइन न हो, तो चिप्स में मसालों का संतुलन बिगड़ जाएगा और प्रत्येक पैकेट में चिप्स का स्वाद अलग होगा। मसलों का सही स्वाद बनाये रखने के लिए चिप्स में लाइन्स का होना बहुत जरूरी होता है.इसके अलावा चिप्स पर लाइंस इसलिए भी बनाई जाती है ताकि वे न फीसले. वहीं चिप्स देखने में थोड़े अटरैक्टिव लगें इसलिए भी उन पर लाइंस बनाई जाती हैं. इसी के साथ चिप्स को ज्यादा क्रंची (Crunchy) बनाने के लिए भी लाइंस बनाई जाती हैं, क्योंकि उन पर लाइंस बनने के बाद चिप्स खाते टाइम चिप्स लाइंस के नजदीक से ही टूटेगा, जिससे लोग चिप्स के क्रंच का मज़ा ले पाएंगे.