उत्तराखंड में महिलाओं को उनके मजबूत चरित्र और उपलब्धियों के लिए पूरे भारत में जाना जाता है। पर्यावरण के क्षेत्र से लेकर कृषि तक हर क्षेत्र में पहाड़ीक्षेत्र की महिलाओं ने अपनी पहचान बनाई है। पहाड़ीक्षेत्र की एक महिला ऐसी भी है जो अपने काम से दूसरी महिलाओं के लिए मिसाल बन रही है। वह ऐसे काम तक करती है जो काम आपने अक्सर पुरुषों को ऐसा करते देखा होगा। नैनीताल जिले में एक महिला सालों से वाहनों में पंचर का काम कर रही है। महिला ने मूल रूप से अपने पति के काम करने में मदद करने के लिए यह काम सीखा, लेकिन अब ये महिला दीदी या टायर डॉक्टर के रूप में फेमस हो गई हैं।57 वर्षीय महिला पहाड़ की दूसरी महिलाओं के लिए मिसालआज जब महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं तो हर क्षेत्र में दो कदम आगे बढ़ रही हैं। ऐसा ही एक 57 वर्षीय महिला ने किया। उत्तराखंड के नैनीताल जिले की कमला नेगी पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाली अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं। उन्होंने दुनिया को कर दिखाया है कि चुनौतीपूर्ण माहौल में रहने के बावजूद सफलता हासिल करना संभव है। कमला नेगी 15 साल से अधिक समय से पंचर बनाने का काम कर रही हैं।महिला के काम की हर तरफ तारीफ, जज्बे को करते हैं सब सलामकमला नेगी की दुकान रामगढ़ मुक्तेश्वर मार्ग पर है। कई किलोमीटर तक टायर पंक्चर मरम्मत की कोई दूसरी दुकान नहीं है। ऐसे में हर किसी को इनके पास ही आना पड़ता है। स्थानीय लोग कमला को दीदी या टायर डॉक्टर के नाम से बुलाते हैं।दीदी के काम और जुनून की हर कोई सराहना करता हैं। कमला का ये काम करने का एक बड़ा कारण यह भी है कि कमला ने घर की हालातों को देखते हुए इस काम को चुना. कमला घर का काम पूरा करने के बाद दुकान पर जाकर अपने पति का काम में हाथ बंटाते हुए अपने क्षेत्र में काफी फेमस हो गई हैं।पहले सीखा साइकिल का पंचर, अब जेसीबी तक का टायर पंचर लगा रहींकमला नेगी ने बताया कि शुरू में उन्होंने यह काम घर पर ही सीखा, पहले साइकिल को पंचर लगाना सीखा था बाद में वह दुकान में काम करने लगी और स्कूटर से लेकर जेसीबी तक के टायर पंचर लगाने लगी। इस काम को करते हुए 15 साल से ज्यादा का समय हो गया है। वे अब कार सर्विसिंग के काम में भी सहयोग कर रही हैं। कमला नेगी अपने इस जुनून के लिए सोशल मीडिया पर बेहद लोकप्रिय हो रही हैं।