सेना की कार्यवाही को अपने लिए मीडिया प्रमोशन बनाने वाली सरकार उन जवानो की मौतों के बाद उनके शवों के साथ हुई बर्बरता पे इस तरह खामोश बैठी है जैसे ये वह बीजेपी है ही नहीं जो २०१४ में विधानसभ चुनाव के पहले दिखाई देती थी.
काउंटर स्ट्राइक का क्रेडिट सैनिको को देने के बजाय खुद की पीठ थपथपाने वाली बीजेपी सरकार ने कुलगाम में हुए आतंकवादी हमले में शहीद जवानों के शवों के साथ हुई बर्बरता का बदला लेने की कोई भी तयारी नहीं दिखती. हां हमेशा की तरह गवर्नमेंट ने इस हमले की कड़ी निंदा ज़रूर की है.
सुषमा स्वराज का २०१३ में शहीद के शव के साथ हुई बर्बरता पर कांग्रेस सरकार के लिए कुछ ऐसा रुख था
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सुषमा स्वराज का २०१३ में शहीद हुए हेमराज के शव के साथ हुई बर्बरता पर कांग्रेस सरकार के लिए कुछ ऐसा रुख था, पर आज सत्त्ता होने के बावजूद वो चुप दिखाई दे रही हैं….जनता ने सायद कांग्रेस का इसी लिए बहिस्कार किया था की बीजेपी के आने के बाद इस देश के जवान कुछ इस तरह तो नहीं मरे जायेंगे, परन्तु सच्चाई उलट है.
Image: DNA Video: NDTV