व्हाइट हाउस के प्रवक्ता सीन स्पाइसर ने कहा कि हमने ISIS के आतंकियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे सुरंगों और खोहों को निशाना बनाया, इस बात का पूरा ध्यान रखा गया कि इससे आम नागरिकों और उनकी संपत्तियों को कोई नुकसान न पहुंचे|
अमेरिका ने गुरुवार को कहा कि उसने अब तक के सबसे बड़े गैर परमाणु बम का इस्तेमाल करते हुए इस GBU-43 बम को पूर्वी अफगानिस्तान में शरण लिए इस्लामिक स्टेट आतंकियों के ठिकानों पर गिराया है. करीब 9,800 किग्रा वाले इस बम को सबसे बड़ा बम बताया जाता है. पेंटागन के प्रवक्ता ने बताया कि पहली बार इस बम का प्रयोग किया गया है और इसे MC-130 एयरक्राफ्ट से गिराया गया. इसको ‘मदर ऑफ ऑल बम’ कहा जाता है. यह बम नानगरहार प्रांत के अचिन जिले में एक सुरंगनुमा इमारत (टनल कॉम्पलैक्स) पर गिरा. अफगानिस्तान में अमेरिकी सुरक्षा बलों ने एक बयान में यह जानकारी दी. यह हमला स्थानीय समय के अनुसार गुरुवार शाम 7:32 (1502 जीएमटी) बजे हुआ. अफगानिस्तान के जिस इलाके में यह बम गिराया, वह पाकिस्तान सीमा के नजदीक है. पेंटागन के प्रवक्ता एडम स्टम्प ने बताया कि इस हथियार का लड़ाई में पहली बार इस्तेमाल किया गया.
‘मदर ऑफ आल बम’ क्या है और यह कितना खतरनाक है?
- GBU-43/बी मैसिव ऑर्डिनेंस एयर ब्लास्ट (एमओएबी) 21600 पाउंड यानि 9797 किलो का जीपीएस आधारित बम है।
- अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के अनुसार ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्स’ सबसे बड़ा गैर-परमाणु बम है।
- इस बम को किसी भी लड़ाई में पहली बार इस्तेमाल किया गया है। इसे लॉकहीड एमसी-130 एयरक्राफ्ट से गिराया गया।
- इस बम को अमेरिकी सेना के लिए अल्बर्ट वीमोर्ट ने विकसित किया था। इस बम का पहला टेस्ट साल 2003 में किया गया था।
- टेस्ट के बाद साल 2003 में इराक युद्ध के दौरान ही इस बम को बनाया गया था, लेकिन इससे पहले कभी इसका इस्तेमाल नहीं किया गया।
- वायुसेना के अनुसार पिछली बार जब साल 2003 में एमओएबी का टेस्ट किया गया था, उस समय 20 मील यानि करीब 32 किमी दूर से भी एक बड़े मशरूम के आकार का धुंआ उठते हुए देखा गया था।
- इसके कुछ ही समय बाद रूस ने ‘फादर ऑफ ऑल बम्स’ विकसित किया, बताया जाता है कि रूस का बनाया गया बम अमेरिका के एमओएबी से भी चार गुणा ज्यादा शक्तिशाली है।
- GBU-43 का इस्तेमाल अफगानिस्तान के नंगरहार प्रोविंस में अचिन जिले की गुफाओं में छिपे बैठे आईएसआईएस के आतंकवादियों के खिलाफ किया गया है। बता दें कि जहां बम गिराया गया है वह जगह पाकिस्तान बॉर्डर के बिल्कुल करीब है।