सपा सुप्रीमो ने अपने भावुकतापूर्ण मुद्रा में संबोधन करते हुए आज आखिरकार सपा के आंतरिक दंगल का क्लाइमेक्स लाते हुए ये ऐलान कर दिया की पार्टी के सदस्य राम गोपाल यादव और मौजूद मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव को 6 साल के लिए बाहर कर दिया।
सपा मुखिया ने सबसे पहले रामगोपाल यादव को निकालने का ऐलान किया और कहा कि रामगोपाल अखिलेश का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं।
जबकि अखिलेश को समझने के अंदाज़ में कहा कि वह इन बातों को समझ नहीं पा रहे और पार्टी में गुटबाजी शुरू कर दी. इसके बाद सपा मुखिया ने कहा कि अनुशासनहीनता के आरोप में अखिलेश को भी निकालने कर दिया.
मुलायम सिंह ये साफ़ करते हुए भी कहा कि जो भी रामगोपाल और अखिलेश की ओर से बुलाए सम्मेलन में जायेगा उसे भी पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि उम्मीदवारों की लिस्ट बनाने का अधिकार केवल पार्टी अध्यक्ष को है, दूसरा कोई नहीं बना सकता है.