क्या कहें भैया अपना हाल
कही दंगे हो रहे
कहीं लोगों का है बुरा हाल
देख पश्चिम बंगाल की हालत
कर रही है बैचैन देश को
हिन्दू भी इंसान हैं यारों
मुस्लिम भी इंसान
फिर काहे का घेरा बंदी,
काहे का मारामारी
बन रहे हो मुरख तुम काहे
लोगों के बहकावे में
आपस में मिल-जुल रहो
भला है भाईचारे में.
हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई
सारे भारत माता के बच्चे हैं
देख बुरा हाल चारों का
भारत माता रोती है
देखो इंसानों की नियत कितनी खोटी है
अब तो लोगों रोक दो अन्याय
फिर भटकते रहोगे तुम लेने न्याय
मिल कर रहने में ही है भलाई
अब तो समझो बातें मेरी भाई.
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