इतना कहना भर ही किसी को भी चौंका देने के लिए काफ़ी है। एकबारगी सुनकर लगता है कि किसी परिकथा या हैरतअंगेज फंतासी दुनिया की बात हो रही है। पर ये सुनकर आप और भी हक्के-बक्के रह जायेंगे कि ये बात सोलह आने सच है। दर-असल ये जैव वैज्ञानिकों द्वारा विकसित की गयी एक तकनीक है जिसे माइटोकांड्रियल जीन थैरेपी कहते हैं। यह तकनीक उन दम्पत्तियों के लिए वरदान बनके सामने आई है जिनमें से माँ के कुछ ऐसे जीन्स (माइटोकांड्रियल जीन्स) में ख़राबी होती है जिसका उसकी सन्तान में जाना तय है । और ऐसी सन्तान को भी ज़िन्दगी भर उस बीमारी को लेकर जीने अभिशप्त होना पड़ता है। यदि पहले से माँ के जीन्स में ख़राबी का पता चल जाये तो इस तकनीक की मदद से उसे सन्तान में जाने से रोका जा सकता है। जितना ये सुनने में अजीब है उतना ही मज़ेदार भी आइये और ज़्यादा जानते हैं इसके बारे में।
Mitochondrial Gene Therapy (MGT):
इस तकनीक की ज़रुरत क्यों ?
सन्तान में जहाँ केन्द्रक (nucleus) के जीन्स माता व पिता दोनों से आते हैं वहीं बाह्यकेंद्रक (extranuclear) डीएनए जैसे माइटोकॉन्ड्रिया आदि सिर्फ माता से आते हैं। अगर माता के माइटोकांड्रियल डीएनए में कोई डिफैक्ट (त्रुटि/ख़राबी) हो तो वही डिफैक्ट उसकी सन्तान में भी जायेगा। इससे बचने के लिए माइटोकांड्रियल जीन थेरेपी की मदद ली जाती है।
क्या है?
इस तकनीक में डिफेक्टेड माइटोकांड्रियल डीएनए वाली महिला का माइटोकॉन्ड्रिया एक स्वस्थ माइटोकांड्रियल डीएनए वाली महिला (डोनर) से प्रतिस्थापित कर (बदल) दिया जाता है।
अब इस बदले हुए स्वस्थ माइटोकॉन्ड्रिया वाले एग को इन विट्रो फर्टीलाइज़ेशन (IVF) तकनीक द्वारा निषेचित कराया जाता है ताकि माइटोकॉन्ड्रिया सम्बन्धी बीमारी अगली पीढ़ी में न जा सके।
फायदे:-
इस तकनीक से सन्तान के लगभग 99% जीन (माइटोकांड्रियल डीएनए छोड़ के) मूल माता-पिता जैसे होते हैं। और सन्तान माइटोकांड्रियल डिफैक्ट से मुक्त होती है।
चर्चा में क्यों?
हाल ही में यू.के. के वैज्ञानिकों ने 3 माता-पिता वाले संतान ( माइटोकांड्रियल जीन थेरेपी) तकनीक को औपचारिक रूप से अनुमति दी है। इससे पहले फ़रवरी 2016 में ब्रिटेन की संसद ने वोटिंग करके “थ्री पैरेंट बेबी फर्टिलिटी ट्रीट्मेंट्स” या “MGT” को वैध बनाया था। ब्रिटेन IVF तकनीक द्वारा तीन व्यक्तियों के डीएनए द्वारा सन्तानोत्पत्ति को वैध बनाने वाला विश्व का पहला देश है।
*विश्व का पहला थ्री पैरेंट बेबी मेक्सिको में जोर्डेनियन दम्पत्ति के यहाँ अप्रैल 2016 में जन्मा बालक (♂) था।
लेखक: “बिलासपुर; एक शहर, एक कहानी” फेसबुक पेज के एडमिन हैं