उत्तर प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं और इस सूबे की सबसे बड़ी खासियत यह है कि चुनाव से महीनों पहिले ही यहाँ के सियासी गलियारों का चुनावी पारा आसमान चढ़ने लगता है । सभी पार्टियोंं ने जीत के उद्देश्य से अपनी अपनी कमर भी कस ली है । लगभग हर पार्टी की तरफ से दर्जनों दावेदार मैदान में नजर आ रहे हैं और इस ताल ठोंक नूराकुश्ती में सबसे ज्यादा टिकट के दावेदार भाजपा की तरफ से नजर आ रहे हैं । ये किसी एक पार्टी की बात नही है बल्कि सभी की हालत ऐसी ही है ।
दरअसल, चाहे किसी भी प्रकार का चुनाव आने वाले हो , उससे ठीक पहले चुनावी विषाद में नये नये बरसाती मेढक ताल ठोंकते न नजर आयें ऐसा कैसे हो सकता है ! ऐसे सभी दावेदार उन पुराने रणबांकुरों की राजनीतिक शख्सियत पर बट्टा लगाने के लिए पर्याप्त हैं जिनके वर्षों तक सक्रिय रहने के बावजूद भी सम्बंधित क्षेत्र में विकास न हुआ हो । आखिर चुनाव से ऐन पहले ऐसे सियासी जिन्न अचानक कहाँ से बाहर आ जाते हैं ?
ऐसे तमाम सियासी जिन्नों का आतंक तब तक देखने को मिलता है जब तक चुनावी आचारसंहिता नही लग जाती है । इसके पहले इन तमाम नये-पुराने चुनावी/सियासी मेढकों का चुनावी नृत्य शुरू होता है जो विकास के नये पैमाने बनाकर जनता के आस पास कम सम्बंधित पार्टी के बड़े नेताओं के इर्द गिर्द होता है जिसका सीधा मतलब टिकट की दावेदारी मजबूत करने से होता है । जनता तो न जाने कितने वर्षों से लगातार हर पांच साल बाद खुद को ठगा हुआ महसूस करती है ।
सबसे खास बात तो ये है कि नये सियासी जिन्न तो शुभानाल्लाह है ही बल्कि पुराने सभी जिन्न तो और भी ज्यादा आलसी और ठग हैं । असल में जो जनता इन्हें एक अदद मौक़ा भी देती है और विश्वास भी , उसको भी ये अपने काम से निराश ही करते हैं ।चुनाव से ऐन पहिले सब विकास की बातें करते हैं चाहे वो किसी पार्टी के घोषित उम्मीदवार हों या किसी पार्टी के टिकट के दावेदार लेकिन असल में तो ये सब अपने ही हितों की पूर्ती में अनवरत लगे रहते हैं ।
गौरतलब हो कि , सूबे में जल्दी ही विधानसभा चुनाव सम्पन्न हो जायेंगे और उससे पहले अब तक तो तमाम नये-पुराने बरसाती मेढकों के टर्र-टर्र की आवाजें भी आपके कानों तक गूंजने ही लगी होगी ! अब ऐसे सभी मेढक सियासी जिन्न बनकर आपके सामने ‘विकास’ के नये नये मॉडल रखेंगे जिसे आप लालीपाप समझके पकड़कर न बैठ जाइयेगा । ये सब छल की योजना है जिसका ट्रेलर मौजूदा समय में आपके सामने चल रहा है क्योंकि पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त ………