क्यूबा में कम्यूनिस्ट क्रांति के जनक और इस लैटिन अमेरिकी देश के पूर्व राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो का शनिवार को 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। 90 वर्ष के कास्त्रो काफी वक्त से बीमार चल रहे थे। साल 2008 में उन्होंने स्वेच्छा से राष्ट्रपति का पद छोड़ दिया था लेकिन वो क्यूबा कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव बने हुए थे। कास्त्रो 1959 से दिसंबर 1976 तक क्यूबा के प्रधानमंत्री और फिर क्यूबा की राज्य परिषद के अध्यक्ष (राष्ट्रपति) रहे।
कास्त्रो के जिंदगी के कई किस्से मशहूर रहे। उन पर बनी एक डॉक्युमेंट्री में खुलासा किया गया था कि कास्त्रो ने 82 साल की उम्र तक 35,000 महिलाओं के साथ संबंध बनाए। कास्त्रो ने ये दावा भी किया था कि 634 बार उनकी मौत की साजिश रची गई।
कास्त्रो के 5 महिलाओं से कुल 9 बच्चे हैं। उनके सबसे बड़े बेटे का नाम फिदेल कास्त्रो दियाज-बलार्ट है। वह काफी हद तक अपने पिता की तरह ही दिखते हैं।
अमेरिका द्वारा लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों को धता बताते हुए कास्त्रो क्यूबा के सबसे लोकप्रिय नेता बने रहे। कास्त्रो के सामने आईजनहावर से लेकर बिल क्लिंटन और जॉर्ज डब्ल्यू बुश तक 9 अमेरिकी राष्ट्रपति आए और चले गए।