देश में चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल है, लोग परेशानी में हैं। सरकार के हर फैसले से ज़रूरी नही ह की हर कोई इत्तेफ़ाक़ रखे और देश के कोई भी व्यक्ति को उस फैसले का विरोध कर सकता है। कुछ लोगों के ऐसा करने पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस का कहना हैं की जो भी लोग नोटबंदी के इस फैसले के खिलाफ हैं वो देश की भी खिलाफत कर रहें हैं, यानी वे देशद्रोही ही हैं। इतने बड़े राज्य का मुख्यमंत्री ऐसी बात कर रहा है ये तर्कसंगत नही लगता।
भारत का लोकतंत्र के अनुसार देश का हर नागरिक अपने विचार रखने के लिए स्वतंत्र है. अगर किसी आम आदमी को ये फैसला सही नहीं लगा, वो परेशान हो रहा है, अस्पताल वाले पुराने नोट नहीं ले रहे हैं. ऐसे में अगर कोई कहता है कि ये फैसला सही नहीं है तो क्या वो देश के खिलाफ हो गया..?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस के अनुसार जो लोग ‘500 एवं 1000 रुपए के पुराने नोटों का चलन बंद करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध कर रहे हैं वो देश हित को नुकसान पहुंचा रहे हैं और लोगों को ‘कालेधन के खिलाफ इस निर्णायक लड़ाई में जीत’ हासिल करने के लिए एकजुट होकर आगे आना चाहिए. हम नई आर्थिक आजादी की ओर बढ़ रहे हैं. आर्थिक आजादी की इस जंग में जो व्यक्ति आगामी 50 दिनों तक मोदी जी के साथ खड़ा रहता है, वह इस लड़ाई में एक सिपाही बनेगा और जो प्रधानमंत्री के साथ खड़ा नहीं होता, वह देश के खिलाफ होगा.’